विश्व शांति के लिए अयोध्या में सरयू नदी का मंदाकिनी के जल से अभिषेक
चित्रकूट के साधु व संत राम के दरबार अयोध्या पहुॅच गए

अयोध्या/सतना। दुनिया के कई देशों के साथ बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों से हर वर्ग चिंतित है, इसमें साधु-संत वर्ग भी शामिल है। चित्रकूट के साधु व संत तो राम के दरबार अयोध्या उन्होंने मंदाकिनी नदी के पवित्र जल से अयोध्या में सरयू नदी का अभिषेक कर प्रभु राम से विश्व शांति की कामना की।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, धार्मिक स्थलों को क्षति पहुॅचाए जाने की घटनाआंे से साधु-संत समाज आक्रोशित है। चित्रकूट के साधु संत मंदाकिनी नदी का पवित्र जल लेकर सामाजिक संगठन मधुरिमा सेवा संस्कार फाउंडेशन के सहयोग से अयोध्या पहुॅचे। यह सभी साधु संत नाव पर सवार होकर सरयू नदी के बीच पहुॅचे जहां उन्होंने मंदाकिनी नदी के जल से मंत्रोच्चर के बीच जलाभिषेक किया।
इस दल का हर साधु-संत राम की नगरी अयोध्या में यह अभिलाषा लेकर पहुॅचा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का दौर थमेगा। फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ स्वप्ना वर्मा का कहना है कि, हिंदू, हिंदुत्व और सनातन सदैव से आपसी सद्भाव और समन्वय का पक्षधर रहा है। विश्व को शांति का संदेश दिया है। बीते कुछ दिनों में दुनिया के कई देशों में हिंदुओ को निशाना बनाया जा रहा हैं। बांग्लादेश में तो अती ही हो गई है। हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं, कत्लेआम किया जा रहा है और धार्मिक स्थलों को क्षति पहुंचाई जा रही है, हिंदू धर्म गुरुओं के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास को गलत आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया। वहीं बांग्लादेश की सरकार अपने दायित्व का निर्वहन करने को तैयार नहीं है।
डाॅ वर्मा ने आगे कहा कि बांग्लादेश में लोकतंत्र खत्म हो गया है और तानाशाही हावी हो गई है। प्रभु श्री राम से हमारी यही कामना है कि वह आतताईयों और अत्याचारियों को सद्बुद्धि दें। इसी कामना को लेकर भगवान राम से नाता रखने वाली नगरी चित्रकूट से साधु संतों के साथ मंदाकिनी नदी का पवित्र जल लेकर अयोध्या आए हैं। रामलाल के दर्शन के बाद सरयू जी का मंदाकिनी जी के जल से अभिषेक किया गया है। हमें भरोसा है कि इन अत्याचारियों को सद्बुद्धि आएगी और हर तरफ शांति का वातावरण निर्मित होगा।
साधु संत की टोली के प्रतिनिधि मंगलवार को चित्रकूट के रामघाट से मंदाकिनी का पवित्र जल विभिन्न पात्रों में लेकर सड़क मार्ग से अयोध्या के लिए निकले थे। बुधवार को उन्होंने अयोध्या पहुॅचकर सरयूजी का मंदाकिनी नदी के जल से अभिषेक किया और रामलला के दर्शन कर विश्व शांति की कामना की।
इस टोली में शामिल शरणागत आश्रम के डा मनमोहन दास, हर्षण कुंज आश्रम के उर्मिला दास, जुगल किशोर दास, त्यागी महाराज, प्यारे लाल द्विवेदी,गणपत दास महाराज,बृजमोहन दास व रामू मिश्रा ने सरयू नदी का जलाभिषेक करने के बाद कहा कि हम सबके आराध्य राम है और उन्होंने जब रावण जैस आतताई का अंत किया था। उनकी कृपा से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का भी अंत होगा।
ज्ञात हो कि मधुरिमा सेवा संस्कार फाउंडेशन द्वारा सतना जिले में गरीब और कमजोर तबके के लोगों के लिए स्वास्थ्य शिक्षा की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। वही सनातनी शिक्षा के लिए जनजातीय बहुल ग्राम में मधुरिमा संस्कार पाठशाला के जरिए संस्कार का पाठ पढ़ाया जा रहा है।